Seventh Navratri Shayari on Kalratri Mata

Navratri ke satve din maa kalratri ki pooja ki jati hai. Kalratri maa ki sanso se hi agni prachalit hoti hai. Maa kalratri papio ka sanghar karti hai or bhagto per hmesha apni kripa darasti barsae rakhti hai. Mata kalratri ke hote hue kisi bhi bhagat ko chinta karne ki jarurt nahi hoti. Dosto navratri shayari ko apni whatsapp facebook per apne dosto or rishtedaro ke sath share karke unhe navratri ki subhkamnae de sakter hai. Ninth Navratri Shayari

Seventh Navratri Kalratri Mata Shayari

मां कालरात्रि : इस देवी के तीन नेत्र हैं। ये तीनों ही नेत्र ब्रह्मांड के समान गोल हैं। इनकी सांसों से अग्नि निकलती रहती है। ये गर्दभ की सवारी करती हैं। ऊपर उठे हुए दाहिने हाथ की वर मुद्रा भक्तों को वर देती है। दाहिनी ही तरफ का नीचे वाला हाथ अभय मुद्रा में है। यानी भक्तों हमेशा निडर, निर्भय रहो। बाईं तरफ के ऊपर वाले हाथ में लोहे का कांटा तथा नीचे वाले हाथ में खड्ग है। इनका रूप भले ही भयंकर हो लेकिन ये सदैव शुभ फल देने वाली मां हैं। इसीलिए ये शुभंकरी कहलाईं अर्थात् इनसे भक्तों को किसी भी प्रकार से भयभीत या आतंकित होने की कतई आवश्यकता नहीं। उनके साक्षात्कार से भक्त पुण्य का भागी बनता है। कालरात्रि की उपासना करने से ब्रह्मांड की सारी सिद्धियों के दरवाजे खुलने लगते हैं और तमाम आसुरी शक्तियां उनके नाम के उच्चारण से ही भयभीत होकर दूर भागने लगती हैं। इसलिए दानव, दैत्य, राक्षस और भूत-प्रेत उनके स्मरण से ही भाग जाते हैं। Eighth Navratri Shayari in Hindi

मां कालरात्रि का रूप : मां दुर्गा की यह सातवीं शक्ति कालरात्रि के नाम से जानी जाती है अर्थात जिनके शरीर का रंग घने अंधकार की तरह एकदम काला है। नाम से ही जाहिर है कि इनका रूप भयानक है। सिर के बाल बिखरे हुए हैं और गले में विद्युत की तरह चमकने वाली माला है। अंधकारमय स्थितियों का विनाश करने वाली शक्ति हैं कालरात्रि। काल से भी रक्षा करने वाली यह शक्ति है। Shayari on Katyayni Mata

पूजा विधि : सबसे पहले चौकी (बाजोट) पर माता कालरात्रि की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें। इसके बाद गंगा जल या गोमूत्र से शुद्धिकरण करें। चौकी पर चांदी, तांबे या मिट्टी के घड़े में जल भरकर उस पर नारियल रखकर कलश स्थापना करें।उसी चौकी पर श्रीगणेश, वरुण, नवग्रह, षोडश मातृका (16 देवी), सप्त घृत मातृका(सात सिंदूर की बिंदी लगाएं) की स्थापना भी करें। इसके बाद व्रत, पूजन का संकल्प लें और वैदिक एवं सप्तशती मंत्रों द्वारा माता कालरात्रि सहित समस्त स्थापित देवताओं की षोडशोपचार पूजा करें। इसमें आवाहन, आसन, पाद्य, अध्र्य, आचमन, स्नान, वस्त्र, सौभाग्य सूत्र, चंदन, रोली, हल्दी, सिंदूर, दुर्वा, बिल्वपत्र, आभूषण, पुष्प-हार, सुगंधित द्रव्य, धूप-दीप, नैवेद्य, फल, पान, दक्षिणा, आरती, प्रदक्षिणा, मंत्र पुष्पांजलि आदि करें। तत्पश्चात प्रसाद वितरण कर पूजन संपन्न करें। Hindi Shayari on Sankadamata Mata

Best collection on Mata Kalratri shayari.

सजा हे दरबार
एक ज्योति जगमगाई है
सुना हे नवरात्रिि का त्योहार आया हैं
वो देखो मंदिर में मेरी माता मुस्करायी है
जय माँ दुर्गा

Saja hai darbar
Ek jyoti jagmagai hai
Suna hai navratri ka tyohar aaya hai
Wp dekho mandir me meri mata muskurai hai
Jai maa durga
Fourth Navratri Shayari on Kushmanda Mata

क्या है पापी क्या है घमंडी
माँ के दर पर सभी शीश झुकाते
मिलता है चैन तेरे दर पे मैया
झोली भरके सभी है जाते

Kya hai papi kya hai ghamandi
Maa ke dar per sabhi sish jhukate
Milta hai chain tere dar pe maiya
Jholi bharke sabhi hai jate

सारा जहाँ है जिसकी शरण में
नमन है उस माता के चरण में
बने उस माता के चरणो की धूल
आओ मिल कर चढ़ाये श्रद्धा के फूल

Mata Kalratri Shayari.

Sara jhan hai jiski sharan me
Naman hai us mata ke charan me
Bane us mata ke charno ki dhul
Aao milkar chadae sharda ke full

हे माँ तुमसे विश्वास ना उठने देना
तेरी दुनिया में भय से जब सिमट जाऊं
चारो ओर अँधेरा ही अँधेरा घना पाऊं
बन के रोशनी तुम राह दिखा देना
Third Navratri Shayari

Hey maa tumse vishwas na uthne dena
Teri dunia me bhaya se jab simat jau
Charo or andhera hi andhera ghana pau
Ban ke roshni tum rah dikha dena

भरपूर प्यार मिले तोहफे में आपको
खुशियां नसीब हो बेशुमार आपको
न रहे कोई गम आपकी ज़िन्दगी में
ऐसा हो नवरात्री का आगाज़ आपका

Bharpur pyar mele tohfe me aapko
Khusian nasib ho besumar aapko
Na rahe koi gum aapko zindgi me
Aisa ho navratri ka aagaj aapka

Shayari on Maa Kalratri for Whatsapp.

क्या पापी, क्या घमंड
माँ के दर पर सभी शीश झुकाते हैं
मिलता है चैन तेरे दर पे मैया
झोली भरके सभी जाते हैं

Kya papi kya ghamand
Maa ke dar per sabhi sish jhukate hai
Milta hai chain tere dar pe maiya
Jholi bharke sabhi jate hai
Hindi Shayari on Bharamcharini Mata

जग सारा है मां तेरे चरण में
रखना सदा हमें अपनी शरण में
सर पर हम रखे चरणों की धूल
आओ मिलकर चढ़ाएं माता के फूल

Jag sara hai maa tere charno me
Rakhna sada hume apni sharno me
Sar per hum rakhe charno ki dhul
Aao milkar chadae mata ke full

भक्तो का दुःख ये लेती हैं
उनको अपार सुख देती हैं
नैनो में जो माँ दुर्गा को बसाते
बिन माँगे ही सब कुछ पाते

Best Shayari Collection for Navratri.

Bhagto ka dukh ye leti hai
Unko apar sukh deti hai
Naino me jo maa durga ko nasate
Bin mange hi sab kuch pate

कालरात्रि है माता आंबे का 7 रूप सबसे निराला
जो करता इसकी पूजा चेहरे पर रहे हरदम उजाला
ये रूप बचाये हम सबको बाढ़ और भूकंप से
दुर्गा का ये रूप है अलग भयंकर हर रूप से
Shayari on Shailputri Mata

Kaalratri hai mata ambe ka 7 roop sabse nirala
Jo karta iski puja chehre par rahe hardam ujala
Ye roop bachaye hum sabko baadh aur bhukamp se
Durga ka ye roop hai alg bhayankar har roop se

हर युग में मुनि ज्ञानी देते
सबको यह उपदेश
जो माँ दुर्गा का मनन मन से करे
उसके कटे कलेश

Har yug me muni gyani dete
Sabko yeh sandesh
Jo maa durga ka mannan maan se kare
Uske kate kalesh

Maa kalratri ka rup dusto ke lia bahut hi bhayanak hai or bhagto ke lia bahut hi mamta mai hai. Maa hmesha apne sache bhagto per apni kripa darasti bichae rakhti hai. In navratri shayari ko apne dosto or relatives ke sath social media per share kare, or bhi achi collection dekhne k lia hmare home page per jarur visit kare or comment karna na bhule.


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